Loan: आज के दौर में लोन एक ऐसी सुविधा बन चुका है जो कई बार हमारे जीवन में आने वाले फाइनेंशियल संकट से निकालने में मदद करता है। चाहे घर खरीदना हो, गाड़ी लेनी हो, बच्चों की पढ़ाई हो या फिर मेडिकल इमरजेंसी, बैंक से लोन लेना अब आम बात हो गई है। लेकिन लोन लेना जितना आसान लगता है, उतना ही जरूरी होता है इसके पहले कुछ अहम बातों को समझना और उन पर ध्यान देना। क्योंकि अगर बिना समझे-बूझे लोन ले लिया जाए, तो यह सुविधा बाद में बोझ भी बन सकती है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि बैंक से लोन लेने से पहले किन-किन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है।
अपनी जरूरत और भुगतान क्षमता को पहले समझें
लोन लेने से पहले सबसे जरूरी बात होती है अपनी जरूरत और चुकाने की क्षमता को समझना। कई बार लोग जरूरत से ज्यादा लोन ले लेते हैं और बाद में वह रकम चुकाना उनके लिए भारी पड़ जाता है। इसलिए हमेशा यह तय करें कि आपको कितना पैसा चाहिए और आप हर महीने कितनी EMI आसानी से भर सकते हैं। अपनी सैलरी, खर्च, बचत और फाइनेंशियल जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए ही लोन की राशि और अवधि तय करें। इससे आप पर बेवजह का फाइनेंशियल प्रेशर नहीं पड़ेगा और आप समय पर भुगतान भी कर पाएंगे।

क्रेडिट स्कोर पर डालें एक नजर
बैंक से लोन लेने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर यानी सिबिल स्कोर को जरूर चेक करें। यह स्कोर बताता है कि आपने पहले लिए गए लोन या क्रेडिट कार्ड की भुगतान स्थिति कैसी रही है। अगर आपका स्कोर 750 या उससे ऊपर है, तो बैंक को आप पर भरोसा होता है और वो आपको आसानी से लोन दे देता है। लेकिन अगर आपका स्कोर कम है, तो बैंक या तो लोन रिजेक्ट कर सकता है या फिर ब्याज दर बहुत ज्यादा रख सकता है। इसलिए अगर स्कोर कम है, तो पहले उसे सुधारें और तभी लोन के लिए आवेदन करें।
ब्याज दर और अन्य चार्जेस की पूरी जानकारी लें
बैंक से लोन लेने का मतलब सिर्फ EMI चुकाना नहीं होता, बल्कि उसमें बहुत से अन्य चार्जेस भी शामिल होते हैं। सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि बैंक आपको लोन पर कितना ब्याज ले रहा है और वह फ्लोटिंग है या फिक्स्ड। इसके अलावा प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज, लेट पेमेंट फीस जैसे कई छुपे हुए खर्च भी हो सकते हैं। इसलिए हमेशा बैंक से लिखित में पूरी डिटेल लें और शर्तों को अच्छे से समझें। कई बार लोन लेते समय छोटी बातें नजरअंदाज कर दी जाती हैं जो आगे चलकर बड़ी परेशानी बन जाती हैं।
लोन की अवधि सोच-समझकर तय करें
लोन की अवधि यानी टेन्योर तय करना भी एक बेहद अहम फैसला होता है। अगर आप ज्यादा लंबी अवधि के लिए लोन लेते हैं, तो EMI भले ही कम हो जाए, लेकिन कुल मिलाकर आप ज्यादा ब्याज चुका देंगे। वहीं अगर आप कम समय का लोन लेंगे, तो EMI थोड़ी ज्यादा होगी लेकिन ब्याज में बचत होगी। इसलिए यह समझना जरूरी है कि आपकी इनकम और खर्च को देखते हुए कौन-सी अवधि आपके लिए सही रहेगी। ज्यादा लंबी अवधि का लोन लेने से आपकी फाइनेंशियल आज़ादी पर असर पड़ सकता है, इसलिए इसे संतुलन में रखना जरूरी है।
EMI कैलकुलेटर से पहले से प्लानिंग करें
आजकल लगभग हर बैंक और फाइनेंशियल वेबसाइट पर EMI कैलकुलेटर की सुविधा होती है, जिसकी मदद से आप पहले से अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी राशि पर कितनी EMI बनेगी और वह आपकी सैलरी में कितनी फिट बैठेगी। EMI कैलकुलेटर से आप ब्याज दर, अवधि और EMI में संतुलन बैठा सकते हैं। इससे आपको यह भी पता चलता है कि आपका मासिक बजट कितना प्रभावित होगा और कहीं आप ओवरबर्डन तो नहीं हो रहे हैं। इसलिए लोन लेने से पहले EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल जरूर करें और उसी के अनुसार आगे की योजना बनाएं।
दस्तावेज पूरे और सही रखें
लोन आवेदन करते समय आपके डॉक्युमेंट्स का पूरा और सही होना बहुत जरूरी है। अगर आपके डॉक्युमेंट्स जैसे की पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ, इनकम प्रूफ, बैंक स्टेटमेंट, नौकरी का प्रमाण आदि ठीक से तैयार नहीं हैं, तो लोन प्रोसेस में देरी हो सकती है या आपका आवेदन रिजेक्ट भी हो सकता है। बैंक के लिए सबसे जरूरी होता है आपकी फाइनेंशियल सिचुएशन को सही तरीके से समझना, और यह तभी हो सकता है जब आपके डॉक्युमेंट्स पूरी जानकारी के साथ पेश किए जाएं। इसलिए लोन से पहले अपने सभी कागजात तैयार रखें और जरूरत पड़ने पर नोटरी या सेल्फ अटेस्ट भी करवा लें।
लोन की शर्तों और नियमों को ठीक से पढ़ें
लोन लेने से पहले बैंक की तरफ से जो टर्म्स एंड कंडीशन्स दी जाती हैं, उन्हें ध्यान से पढ़ना बहुत जरूरी होता है। बहुत से लोग इन्हें बिना पढ़े ही साइन कर देते हैं और बाद में जब कोई प्रॉब्लम आती है तो परेशान हो जाते हैं। आपको यह जानना जरूरी है कि अगर आप EMI नहीं भर पाए तो क्या पेनाल्टी लगेगी, लोन समय से पहले चुकाने पर कोई चार्ज तो नहीं लगेगा, या फिर लोन की शर्तों में बदलाव कैसे किए जा सकते हैं। ये सारी बातें आपके फाइनेंशियल प्लान को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए किसी भी दस्तावेज पर साइन करने से पहले हर लाइन समझ लें।
बैंक की विश्वसनीयता और सेवा को परखें
हर बैंक की लोन सर्विस और ग्राहक सेवा एक जैसी नहीं होती। कुछ बैंक प्रोसेसिंग में जल्दी करते हैं, तो कुछ में डॉक्युमेंटेशन ज्यादा होता है। कुछ बैंक बेहतर ग्राहक सपोर्ट देते हैं, तो कुछ में ऑफलाइन काम ज्यादा होता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि जिस बैंक से आप लोन लेने जा रहे हैं, उसका ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है और ग्राहकों की संतुष्टि कितनी है। इसके लिए आप ऑनलाइन रिव्यू, सोशल मीडिया कमेंट्स या जान-पहचान में किसी से राय ले सकते हैं। सही बैंक चुनना भी उतना ही जरूरी है जितना सही लोन।
सोच-समझकर लिया गया लोन ही होता है सही फैसला
लोन लेना कोई गलत फैसला नहीं है, लेकिन बिना जानकारी और प्लानिंग के लिया गया लोन आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है। अगर आप लोन लेने से पहले अपनी जरूरत, भुगतान क्षमता, ब्याज दर, क्रेडिट स्कोर और डॉक्युमेंट्स पर ठीक से ध्यान देंगे, तो लोन न केवल आसानी से मिलेगा बल्कि वह आपकी लाइफ को बेहतर भी बनाएगा। सबसे जरूरी बात यह है कि आप लोन को सुविधा की तरह देखें, बोझ नहीं बनाएं। लोन हमेशा आपकी मदद के लिए होता है, लेकिन उसकी सही टाइमिंग, सही शर्तें और सही मैनेजमेंट से ही वह आपकी असली ताकत बन सकता है।