अक्सर लोग यह सोचते हैं कि कम सैलरी में Investment करना मुश्किल होता है। खासकर जब सैलरी ₹20,000 के आसपास हो, तो महीने के खर्च ही मुश्किल से निकलते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि इन्वेस्टमेंट केवल अमीर लोगों का खेल नहीं है। अगर आप थोड़ी समझदारी और अनुशासन से चलें, तो ₹20,000 जैसी सैलरी में भी आप धीरे-धीरे एक अच्छा फाइनेंशियल फाउंडेशन बना सकते हैं। इन्वेस्टमेंट का असली उद्देश्य है पैसों को सही जगह लगाकर भविष्य को सुरक्षित बनाना। और यह शुरुआत आप कम रकम से भी कर सकते हैं, बस जरूरत है सही प्लानिंग और धैर्य की।
खर्चों की प्लानिंग करना सबसे पहला कदम होता है
अगर आपकी सैलरी ₹20,000 है, तो सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि हर महीने कितना पैसा कहां जा रहा है। यानी आपको अपनी इनकम और खर्च का एक बजट बनाना चाहिए। घर का किराया, खाना, यात्रा, मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल जैसे जरूरी खर्चों को पहले निकालें और उन्हें फिक्स करें। कोशिश करें कि आपकी सैलरी का लगभग 50 से 60% हिस्सा इन जरूरी खर्चों में जाए। बाकी बची हुई रकम में से कुछ पैसा आप सेविंग में डाल सकते हैं और बाकी को इन्वेस्टमेंट के लिए रख सकते हैं। यह एक सिंपल लेकिन असरदार तरीका है जिससे आप अपने पैसे को कंट्रोल में रख सकते हैं।

छोटी सेविंग से शुरू करें, फिर उसे इन्वेस्टमेंट में बदलें
जब सैलरी कम होती है, तो सेविंग भी कम होती है – यह एक सामान्य सी बात है। लेकिन कम रकम को नजरअंदाज करना सही नहीं है। मान लीजिए आप हर महीने ₹1000 बचा सकते हैं, तो भी वह एक अच्छी शुरुआत होगी। आप इसे सेविंग अकाउंट में जमा कर सकते हैं या फिर किसी अच्छी रेकरिंग डिपॉजिट (RD) स्कीम में लगाकर आदत बना सकते हैं। जैसे ही आपको सेविंग की आदत लगती है, आप उसे आगे चलकर SIP (Systematic Investment Plan) या म्यूचुअल फंड जैसे टूल्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं। शुरुआत भले छोटी हो, लेकिन जब आप नियमितता बनाए रखते हैं तो वही पैसे धीरे-धीरे बड़ा अमाउंट बन जाते हैं।
SIP से पैसे को बनाएं बड़ी रकम
अगर आप हर महीने ₹500 से ₹1000 तक भी SIP में निवेश करते हैं, तो यह भविष्य में एक बड़ा फंड बन सकता है। SIP यानी Systematic Investment Plan एक ऐसा तरीका है जिसमें आप हर महीने म्यूचुअल फंड में एक तय रकम इन्वेस्ट करते हैं। इसमें कंपाउंडिंग का फायदा भी मिलता है और साथ ही मार्केट ग्रोथ का भी। लंबी अवधि में SIP आपके पैसे को दुगना, तिगुना और कई गुना कर सकता है। सबसे खास बात यह है कि SIP में निवेश करना आसान है, इसे आप मोबाइल ऐप के जरिए भी कर सकते हैं और इसमें आपको फाइनेंशियल एक्सपर्ट बनने की भी जरूरत नहीं होती।
इमरजेंसी फंड बनाना ना भूलें
इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ एक और जरूरी बात होती है – इमरजेंसी फंड बनाना। क्योंकि जिंदगी में कब क्या हो जाए, यह कोई नहीं जानता। खासकर जब आपकी सैलरी कम हो, तो कोई भी अचानक आया खर्च पूरी बजट को बिगाड़ सकता है। इसलिए आपको अपनी सैलरी का थोड़ा हिस्सा हर महीने इमरजेंसी फंड में डालते रहना चाहिए। यह पैसा आप बैंक के सेविंग अकाउंट में रख सकते हैं या फिर FD में। जब भी कोई मेडिकल इमरजेंसी, नौकरी जाने का संकट या किसी जरूरी खर्च की जरूरत पड़ेगी, तब यही फंड आपकी मदद करेगा। इस फंड से आपको कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी और आपकी फाइनेंशियल स्थिति मजबूत बनी रहेगी।
डिजिटल गोल्ड और PPF भी हो सकते हैं अच्छे Option
कम सैलरी वालों के लिए लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट भी एक बढ़िया ऑप्शन होता है। आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड में डाल सकते हैं। इसमें सरकार की गारंटी होती है और अच्छा ब्याज भी मिलता है। साथ ही यह टैक्स सेविंग का भी जरिया है। वहीं, अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं लेकिन फिजिकल गोल्ड नहीं खरीदना चाहते, तो डिजिटल गोल्ड या गोल्ड ETF भी एक अच्छा Option हो सकता है। इन Optionों में आप ₹100 से भी निवेश शुरू कर सकते हैं, और धीरे-धीरे अच्छा फंड बना सकते हैं। ये इन्वेस्टमेंट आपके भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद करेंगे।
फालतू खर्चों से बचें और सेल्फ-डिसिप्लिन रखें
जब आपकी सैलरी सीमित होती है, तो सबसे जरूरी होता है अपनी आदतों को कंट्रोल में रखना। बहुत बार हम छोटी-छोटी चीजों पर बिना सोचे खर्च कर देते हैं – बाहर का खाना, ऑनलाइन शॉपिंग, अनावश्यक सब्सक्रिप्शन जैसी चीजें हमारे बजट को नुकसान पहुंचाती हैं। आपको यह तय करना होगा कि क्या जरूरी है और क्या सिर्फ दिखावे के लिए किया जा रहा है। अगर आप फालतू खर्चों से बचकर हर महीने ₹500 से ₹1000 भी सेव करते हैं, तो यही आदत लंबे समय में आपको आत्मनिर्भर बना सकती है। यह छोटा डिसिप्लिन ही बड़े फायदे का कारण बनता है।
कम सैलरी है, तो क्या हुआ – इन्वेस्टमेंट की सोच जरूर रखें
₹20,000 की सैलरी में इन्वेस्ट करना मुश्किल जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं। जब तक आप सही सोच के साथ छोटे-छोटे कदम लेंगे, तब तक आप धीरे-धीरे फाइनेंशियल ग्रोथ की तरफ बढ़ सकते हैं। आपको बस अपने खर्चों पर कंट्रोल रखना है, सेविंग की आदत बनानी है, और उस सेविंग को सही दिशा में इन्वेस्ट करना है। SIP, PPF, डिजिटल गोल्ड, या RD जैसे Option आपकी फाइनेंशियल यात्रा को सुरक्षित और स्थिर बना सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि आप अभी से शुरुआत करें, क्योंकि इन्वेस्टमेंट में सबसे कीमती चीज है – “समय”। जितनी जल्दी आप शुरू करेंगे, उतना ही जल्दी आपको इसके फायदे मिलना शुरू हो जाएंगे।